अभी तो कामयाबी सिर चढ़ेगी ग़ज़ल को फिर जवानी सिर चढ़ेगी परेशां हो गया था ज़िन्दगी से मगर अब ये कहान... अभी तो कामयाबी सिर चढ़ेगी ग़ज़ल को फिर जवानी सिर चढ़ेगी परेशां हो गया था ज़िन्दग...
मत सुनो उनकी जो यथार्थवादी होने का ढोंग करते हैं। मत सुनो उनकी जो यथार्थवादी होने का ढोंग करते हैं।
बात अगर विश्वास की मजबूती की है,तो पाखंड क्यूँ? बात अगर विश्वास की मजबूती की है,तो पाखंड क्यूँ?
हर सुबह एक नई रोशनी लेकर आती है। हर कोना हमें अपनी मंजिल की ओर ले जाती है। हर सुबह एक नई रोशनी लेकर आती है। हर कोना हमें अपनी मंजिल की ओर ले जाती है।
अब धरती अपनी सब्र खो चुकी है, बदलना चाहती है अब अपना स्वभाव अब धरती अपनी सब्र खो चुकी है, बदलना चाहती है अब अपना स्वभाव
अफसोस में वक़्त जाया ना करो, जियो,हंसो और खुश रहो! अफसोस में वक़्त जाया ना करो, जियो,हंसो और खुश रहो!